| 1. | इन्हें ‘‘ अंडरग्राउंड (भूमिगत टंकी) टैंक्स भी कहते हैं।
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| 2. | भूमिगत टंकी, हैण्डपम्प या बोरिंग ईशान (उत्तर पूर्व) दिशा में होने चाहिए ।
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| 3. | किसी भी प्रकार की पानी की भूमिगत टंकी या गड्ढा यहाँ न होने दें ।
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| 4. | कुंआ, बोरिंग व भूमिगत टंकी उत्तर, पूर्व या ईशान में बना सकते हैं।
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| 5. | किसी भी प्रकार की पानी की भूमिगत टंकी या गड्ढा यहाँ न होने दें ।
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| 6. | शांति को लगा कि शायद वो ऊपर छत पर होगा या नीचे की भूमिगत टंकी के पास।
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| 7. | शांति को लगा कि शायद वो ऊपर छत पर होगा या नीचे की भूमिगत टंकी के पास।
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| 8. | घरों में आम तौर पर बोरिंग, पानी की भूमिगत टंकी, सेप्टिक टैंक इत्यादि नहीं होते थे।
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| 9. | कुआं, बोरिंग व भूमिगत टंकी ब्रह्म स्थान को बचाते हुए उत्तर, पूर्व या ईद्गाान में बना सकते हैं।
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| 10. | वास्तु पुरुष के अतिमर्म स्थानों को छोड़कर कुआं, बोरिंग व भूमिगत टंकी उत्तर, पूर्व या ईशान में बना सकते हैं।
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